शुक्रवार, 3 जून 2011

रहेगा तुम्हारा इन्तजार रहेगा,,!!!

रहेगा तुम्हारा इन्तजार रहेगा
सांसों के इस पार से
उस पार तक रहेगा
दिल की धडकनों के आसपास
मंडराता रहेगा
फूल पर भँवरे की तरह

रहेगा तुम्हारा इंतजार रहेगा
मेरे मन की वीणा का तार
जब भी करेगा झंकार
साज की आवाज बन कर
याद तुम्हारी दिलाता रहेगा

रहेगा तुम्हारा इन्तजार रहेगा
तुम्हारी कसम
तुम्हारी दी हुई कसम
तुमसे मिलने की
मुझे याद रहेगी
मुझे अब भी याद हैं
विरह "चंद" जिसे तुम कहती थी
वह लम्बी कर्कश घड़ियाँ

रहेगा तुम्हारा इन्तजार रहेगा
तुम्हारी विरह चन्दन पर
लिपटे साँपों जैसे डसती हैं
ड्सेंगी चन्दन कटने तक
विरह की यादें रहेंगी
मेरी सांसों तक रहेंगी

रहेगा तुम्हारा इन्तजार रहेगा
कट जाऊँगा मिट जाऊँगा
चन्दन की तरह
जलकर महकूंगा
तुम्हारी स्वांसो में
या तुम्हारे माथे
सजुंगा चन्दन बन
अपने मिटने से पहले मुझे
रहेगा तुम्हारा इन्तजार रहेगा

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