शुक्रवार, 3 जून 2011

तू ,हो नहो ,हाँ तू,,, "ईमान" है

तेरे कदम क्यों
लड़खड़ाते हैं
क्या नजदीक कोई
मैखाना है ,और तू
शराबी भी नही
फिर बहकता क्यूँ है
तू कौन है, कहाँ रहता है ,
अपना परिचय तो बता
तेरा कोई घर है
घर में बच्चे हैं ,बीबी है
बूढ़े माँ और बाप हैं
बीमार हैं ,तू लाचार है
कुछ तो बता

तेरी बेटी की शादी है
बीबी ने मांगी है पाजेब
चांदी की ,जो महंगी है
तू bpl है apl है या कुछ और
तेरी समस्या क्या है
कुछ तो बता कौन है तू
भाई ,तू नहीं बोलेगा
मैं तुझे जानूंगा कैसे
तेरी हरकतें कुछ ठीक
पहचान नहीं पाता हूँ
ओह ' अच्छा तू है
तू अभी तक जिन्दा है
जा छिप जा कहीं
सब खोज रहे हैं तुझे
अजायब घर से भागा है
मैंने पहचान लिया है, तुझको
तू ,हो नहो ,हाँ तू,,, "ईमान" है

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