शुक्रवार, 3 जून 2011

इतना जान लो

तुम मुस्कुराओ
कलियों को सिखा दो
खिलना
बहारों को लजाने दो
तुम बस
स्वांस लो इस बाग को
महकना सिखा दो
मेरा ख्याल न करो पर
ख्याल रखो तुम अब सिर्फ
तुम्हारी ही नहीं हो
इतना जान लो

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