शुक्रवार, 3 जून 2011

आदमी,,,,2935

आज दो हजार नौ सौ पैंतीस है
अभी अभी मुझे लैब में
तैयार किया गया है
अभी मेरी फिनिशिंग नहीं हुई है
मेरे पार्ट्स सिक्योरिटी सिस्टम ने
...चेक नहीं किये हैं ,भूल चूक
और मेरे सर में कोई वाइरस आ चुका है
यह वाइरस लगता है
२०१२ में समाप्त दुनिया का है
इसमें कुछ पुरानी मेमोरी
रीलोड हो गई है
मेरा ऑटो सर्च सिस्टम कहता है
शायद वह एशिया का है
जहाँ मैं हूँ, यह मंदिर एरिया है
इसके साथ कुछ अजायब घर है
जिसमें कुछ पुरानी एंटिक
वस्तुएं सजी हैं
मैं अपने सिस्टम को
अपग्रेड कर अपनी लोकेशन
लोकेट करता हूँ
यहाँ नयी दुनिया में
चल रही रिसर्च के मुताबिक
अभी तक मिले फॉसिल लगभग
आठ से ग्यारह सौ साल पुराने हैं
मेरे सिस्टम के वाइरस से
यह जानकारी मेरे वर्किंग ब्रेन में
ट्रांसफर कर दी है
मगर मैं खामोश हूँ
इन्हें अभी पता नहीं है
जहाँ मैं खड़ा हूँ इसके आस पास
मस्जिद एरिया भी है
यह सब लोग बिना परहेज
कहीं भी आ जा रहे हैं
मुझे मालूम है
कि दोनों में से एक ही
चुनना जरुरी है
क्या करूँ ,धर्म संकट है
किससे मदद लूँ
अरे अल्लाह ,भगवान्
कहाँ हो बताओ इनको
यह लोग अभी नहीं जानते
बताना भी जरुरी है
इनका इमान, इनका धरम
भ्रष्ट हो जायेगा
जब उन्हें[अल्लाह भगवान] परवाह नहीं
तो मैं क्यों करूँ
जब भेद नहीं होगा
जब आपस में नहीं लड़ेंगे
दुखी नहीं होंगे
तो ऊपर वालों कौन
याद करेगा तुम्हे
मुझे क्या तुम्हारा काम है
जैसी तुम्हारी मर्जी

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